बाल गंगाधर तिलक को भावभीनी श्रद्धांजलि.
बाल = बाल हनुमान रूप जिसने अंग्रेजी राज्य के सूर्य को निगल लिया.
गंगाधर = गंगा को धारण करनेवाले शिव का रूद्र रूप, जिनके तीसरे नेत्र से स्वतंत्रता की ऐसी ज्वाला फूटी जिसमे अंग्रेजी राज्य भस्म हो गया.
तिलक = उस स्वतंत्रता की भस्म को हम चन्दन / रोली मानकर माथे पर धारण कर रहें है. यह है स्वतंत्रता की मशाल बाल गंगाधर तिलक के नाम और व्यक्तित्वा कप्रभाव. उनके जन्म दिन पर नमन, वंदन और भावभीनी श्रद्धांजलि.
श्रद्धांजलि
ReplyDeleteSir
ReplyDeleteThanks for visit.