1 - कौन कहता
तीस जनवरी है,
मृत्यु की तिथि ?
2 - अमरता की
उत्सर्ग तिथि बनी
तब से यह ।
3 - हाँ, अमर हैं
मरकर भी आज,
महात्मा गाँधी ।
4 - मरण ही है
यह स्वार्थी जीवन
समझो यदि।
5 - मृत्यु सदृश
है कायर जीवन,
पहचानो तो ।
6 – अमरता तो
निहित उत्सर्ग मे
सर्व विदित ।
7 – अमरता ही
है शाश्वत सौंदर्य
किसी मृत्यु का ।
8 – बता गए हैं
देकर आत्माहुति
गूढ़ रहस्य ।
9 – बड़ा है कौन
स्वार्थी या परमार्थी ?
करो विचार ।
10 – बापू थे तुम !
व्यक्ति या सद्विचार ?
कठिन प्रश्न ।
11 – विश्ववंद्य हो
आज तुम ! बल था,
सत्य अहिंसा ।
12 – सत्य अहिंसा
होते हुये फैली क्यों,
असत, हिंसा?
13 – हे बापू बोलो !
किसने मार डाला,
तेरे विचार ?
14 – बापू संत थे
या थे राजनीतिज्ञ ?
करो विचार ।
15 - कौन है तेरे
सिद्धांतों का हत्यारा?
नहीं बोलोगे
- डॉ. जयप्रकाश तिवारी