बाल गंगाधर तिलक को भावभीनी श्रद्धांजलि.
बाल = बाल हनुमान रूप जिसने अंग्रेजी राज्य के सूर्य को निगल लिया.
गंगाधर = गंगा को धारण करनेवाले शिव का रूद्र रूप, जिनके तीसरे नेत्र से स्वतंत्रता की ऐसी ज्वाला फूटी जिसमे अंग्रेजी राज्य भस्म हो गया.
तिलक = उस स्वतंत्रता की भस्म को हम चन्दन / रोली मानकर माथे पर धारण कर रहें है. यह है स्वतंत्रता की मशाल बाल गंगाधर तिलक के नाम और व्यक्तित्वा कप्रभाव. उनके जन्म दिन पर नमन, वंदन और भावभीनी श्रद्धांजलि.
Bahut hee sunder. mai sochne lagi ki aaj to 1 August nahee hai.
ReplyDeleteJogalekar ji
ReplyDeleteThanks for creative comments. What can we do for him, what we are doing for him? Nothing ....only incash them. We have to improve such mentality . Again thanks.