१ - दशहरा है
रावणत्व की हार
राम की जीत.
२ - कैसा अधर्म...
रावण घर - घर
पालता कौन?
३ - क्या मरेगा भी
दशानन रावण?
लगता नहीं.
४ - विजy व्यर्थ
रावण भ्रमणशील
क्रियाशील भी.
5 - दीखते राम
रावानी साम्राज्य में
लाचार से, क्यों?
६ - बोलो रावण
तू कब मरेगा?
अभी तो नहीं.
७ - आखिर क्यों?
क्योकि आश्रय मेरा
तेरे अन्दर.
८ - दोष न दो
झांको अंतर्मन में
दुषि तुन हो.
९ - तुम मरोगे
तब भी न मरूँगा
अनुवांशिक.
१० - मैं दशानन
व्यभिचारी नहीं
पूछ सीता से.
११ - टिक पायेगा
समक्ष क्षण भर
भोगी इन्द्र तू.
१२ - अंतर जानो
मैं रानी बनता था
भोग के पूर्व.
१३ - रावण तो था
मर्मज्ञ शास्त्रों का
पतित कैसे?
१४ - शास्त्र मर्मज्ञ
बन जाते रावण
चूकते जब.
१५ - शौर्य नहीं था
पर नारी हरण
प्रतिशोध था.
डॉ. जयप्रकाश तिवारी
रावणत्व की हार
राम की जीत.
२ - कैसा अधर्म...
रावण घर - घर
पालता कौन?
३ - क्या मरेगा भी
दशानन रावण?
लगता नहीं.
४ - विजy व्यर्थ
रावण भ्रमणशील
क्रियाशील भी.
5 - दीखते राम
रावानी साम्राज्य में
लाचार से, क्यों?
६ - बोलो रावण
तू कब मरेगा?
अभी तो नहीं.
७ - आखिर क्यों?
क्योकि आश्रय मेरा
तेरे अन्दर.
८ - दोष न दो
झांको अंतर्मन में
दुषि तुन हो.
९ - तुम मरोगे
तब भी न मरूँगा
अनुवांशिक.
१० - मैं दशानन
व्यभिचारी नहीं
पूछ सीता से.
११ - टिक पायेगा
समक्ष क्षण भर
भोगी इन्द्र तू.
१२ - अंतर जानो
मैं रानी बनता था
भोग के पूर्व.
१३ - रावण तो था
मर्मज्ञ शास्त्रों का
पतित कैसे?
१४ - शास्त्र मर्मज्ञ
बन जाते रावण
चूकते जब.
१५ - शौर्य नहीं था
पर नारी हरण
प्रतिशोध था.
डॉ. जयप्रकाश तिवारी
बेहतरीन सुंदर हाइकू !
ReplyDeleteRECENT POST : - एक जबाब माँगा था.
अर्थपूर्ण हाइकू ... सामयिक ... बहुत लाजवाब ...
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