बिलकुल ।हमारी प्रीत अनुराग हमारी भक्ति सब कुछ बढ़ गई ।। ।।
खो गए थे जो पुराने शब्द.अपने साथ वे,भावार्थ लायेबहुत कुछनिहितार्थ लाये. बहुत सुंदर रचना...
यादों का जखीरा आता है तो प्यार बढा देता है ... चाहे वो याद करें न करें ...
जानकरयह स्थितिमेरे अनुराग,मेरी प्रीतिऔर भक्तिऔर भीबढ़ गयी है. सुंदर प्रस्तुति,MY RECENT POST...काव्यान्जलि ...:गजल...
अनुराग, प्रीति और भक्ति में निरंतर वृद्धि होती रहे तभी यादों की सार्थकता है।
THANKS TO ALL FOR VISIT AND CREATIVE COMMENTS. THANKS ONCE AGAIN.
Thanks sir!
यादें ... सुंदर भाव लिए अच्छी रचना
बिलकुल ।
ReplyDeleteहमारी प्रीत अनुराग हमारी भक्ति सब कुछ बढ़ गई ।। ।।
खो गए थे
ReplyDeleteजो पुराने शब्द.
अपने साथ वे,
भावार्थ लाये
बहुत कुछ
निहितार्थ लाये.
बहुत सुंदर रचना...
यादों का जखीरा आता है तो प्यार बढा देता है ... चाहे वो याद करें न करें ...
ReplyDeleteजानकर
ReplyDeleteयह स्थिति
मेरे अनुराग,
मेरी प्रीति
और भक्ति
और भी
बढ़ गयी है.
सुंदर प्रस्तुति,
MY RECENT POST...काव्यान्जलि ...:गजल...
अनुराग, प्रीति और भक्ति में निरंतर वृद्धि होती रहे तभी यादों की सार्थकता है।
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ReplyDeleteयादें ... सुंदर भाव लिए अच्छी रचना
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