Sunday, June 26, 2011

ख़ुशी

यह ख़ुशी भी
क्या चीज है भाई!
जिसे देखता हूँ
वही ढूंढता है...
नहीं मिलता तो
उसे छीनता है.
वह मुरख बेचारा
इतना भी न जाने
जिसे ढूंढता है,
जिसे छीनता है,
नहीं है ख़ुशी
वह जिसे छीनता है.

यह ख़ुशी
ढूँढने और छिनने
की वस्तु नहीं है,
यह अपने ही मन
की एक स्थिति है.
यह मिलती करम से
धरम से मिलती है.
यह खजाना तेरे
आचरण में निहित है.

अगर चाहते हो
ख़ुशी मेरे भाई!
तुम बाटो ख़ुशी को,
इसी में भलाई .
गर बांटोगे गम तो
मिलेगा वही गम,
बांटोगे ख़ुशी तो
मिलेगी ख़ुशी ही.

ये ख़ुशी छोटी -छोटी
जो तुम बाँटते हो,
ये वापस मिलेगी
कई गुना बन के.
खजाना कोई रहे न रहे,
यह खजाना ख़ुशी का
रहेगा हमेशा तेरे दिल में.

8 comments:

  1. ये ख़ुशी छोटी -छोटी
    जो तुम बाँटते हो,
    ये वापस मिलेगी
    कई गुना बन के.
    खजाना कोई रहे न रहे,
    यह खजाना ख़ुशी का
    रहेगा हमेशा तेरे दिल में.......
    सार्थक ,आदर्श ,व रुचिकर काव्य मुबारक हो /

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  2. ये ख़ुशी छोटी -छोटी
    जो तुम बाँटते हो,
    ये वापस मिलेगी
    कई गुना बन के.
    खजाना कोई रहे न रहे,
    यह खजाना ख़ुशी का
    रहेगा हमेशा तेरे दिल में.bahut achchi baat kahi aapne rachanaa ke madhyam se.bahut bemisaal rachanaa.badhaai.

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  3. Thanks to both for kind visit and creative comments please.

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  4. जो हम देंगे वही प्रतिध्वनि की तरह वापस आता है..
    ख़ुशी ढूंढने और छिनने की बस्तु नहीं है.. सुन्दर रचना

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  5. ये ख़ुशी छोटी -छोटी
    जो तुम बाँटते हो,
    ये वापस मिलेगी
    कई गुना बन के.
    खजाना कोई रहे न रहे,
    यह खजाना ख़ुशी का
    रहेगा हमेशा तेरे दिल में

    सार्थक काव्य रचना

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  6. Thanks to both for your kind visit and creative comments please.

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  7. ये ख़ुशी छोटी -छोटी
    जो तुम बाँटते हो,
    ये वापस मिलेगी
    कई गुना बन के.
    खजाना कोई रहे न रहे,
    यह खजाना ख़ुशी का
    रहेगा हमेशा तेरे दिल में.
    सत्य वचन और बहुत प्रेरणादायक ! आभार !

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  8. पधारने और टिप्पणी के लिए बहत - बहुत धन्यवाद. आपकी टिप्पणी ही मेरा प्रेरणा स्रोत है.

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