आखिर एक ब्लोगर है क्या?
एक चिन्तक, एक रचनाकार?
एक रिपोर्टर या एक लेखक?
एक कवि, अथवा समालोचक?
अथवा सब कुछ एक ही साथ?
खींचता है जो अपनी रचनाओं में
दृश्य - परिदृश्य, अपनी अनुभूति.
उन संवेदनाओं, प्रतिक्रियाओं की,
जो एकल हो या सर्व समाज की;
और देता है उसे एक सार्थक स्वर.
एक आकार, प्रकार, प्रतिकार.
वह जन चेतना की आवाज है या
नितांत अपने मन के पञ्चकोशों तक
सीमित रहनेवाला 'कन्दरानुरागी'.
एकांतवासी और अरण्य निवासी,
जो निकालता है नेट पर अपनी भड़ास.
अथवा जो बांटता है सर्व समाज से
जनता-जनार्दन से, तत्कालीन ही नहीं,
समकालीन, पुरातन, और नवीनतम
हलचलों की वर्तुलों का सार्थक स्वर है?
यह सहमति है, आलोचना है या विरोध?
अथवा है वह
कुछ सक्षम लोगों का एक चारण?
एक दूत? सुविधा भोगी और वेतन भोगी?
सत्यता को छिपा छद्मवेशी एक अग्रदूत?
आखिर ऐसा कौन सा क्षेत्र है, विधा है,
कौन सी सत्ता है, लौकिक या पारलौकिक?
जहाँ ब्लोगर का हस्तक्षेप नहीं............?
मूल्यों की दृष्टि से, विविधता की दृष्टि से,
इतना तो स्वीकार करना ही पडेगा कि
क्या काबुल में गधे नही होते? लेकिन,
इससे घोड़े का मूल्य कम तो नहीं हो जाता.
ऐसा नहीं कि पुरातन में उर्वरता -उपयोगिता नहीं.
वैसे ही सभी आधुनिक भी सदुपयोगी नहीं...
ब्लोगर निकालता है उससे - 'पराग' और नवनीत'.
रचता है वह - गद्य, पद्य, नाटक ...और ..नवगीत.
अंततः फिर वही प्रश्न, एक ब्लोगर है क्या.?
उत्तर में छोटा सा प्रतिप्रश्न पूछना चाहता हूँ -
जब समाज का सभी वर्ग जुटा होता है -
रोजी-रोटी कमाने में, निन्यानबे के फेर में,
ब्लोगर नेट पर आँखे क्यों गडाए रहता है?
ढूंढ - ढूंढ कर नई पोस्ट क्यों पढता है?
अपनी टिप्पणी उस पर क्यों छोड़ताहै?
प्रश्न तो, वाकई बड़ा जटिल है...
ReplyDeleteभाग 2 की प्रतीक्षा है.
भाई साहब!
ReplyDeleteशायद पहलीबार आये हैं हमारे ब्लॉग पर. हार्दिक स्वागत और अभिनन्दन. दूसरा भाग भी तैयार है. केवल दो-एक दिन का अवसर देना चाहता हूँ भाई लोगों को. आखिर उनका भी तो विचार जानना है.जिससे भाग -२ में उन्हें भी सम्मिलित करते हुए विचार किया जाय. स्सर्गाभित टिप्पणी के लिए आभार.
मैं तो अपना अनुभव बता सकती हूँ मुझे लिखने -पढ़ने का शौक है, बीसियों डायरियाँ भर गयीं, फिर एक दिन जब फुरसत हुई और ब्रोड्बैंड भी घर में आ गया, तो मुझे लगा कि अपनी बात कहने का कितना सरल माध्यम है यह !
ReplyDeleteअनीता जी!
ReplyDeleteसहमत हूँ आपसे. एक पाठक होने के नाते इस लगन, चाह और उत्सुकता तो मैंने भी झेला है. अब नेट पर नजरें गडाने का एक अलग ही सुख और संतोष है. एक वह उत्तर तो मिल गया जो संभावित भी था. आभाए चेचा में भाग लेने के लिए.
डॉ. साहब बहुत वाजिब प्रश्न है आपका.
ReplyDelete'ब्लोगर क्या है'इस प्रश्न का उत्तर अलग अलग हो सकता है
आपने अपनी प्रस्तुति में इसे भी खूबसूरती से प्रकट किया है.
अंत:करण के भावों और विचारों को प्रकट करने का एक सहज
माध्यम बनती जा रही है ब्लोगिंग.
एक दूसरे के भावों और विचारों को जानने का भी मौका मिलता है इससे.यदि सकारात्मकता का वातावरण सर्वत्र उदय हो तो ब्लोगिंग
का उद्देश्य कभी निष्फल नहीं होगा.
आपकी सुन्दर प्रस्तुति के लिए बहुत बहुत आभार.
मेरे ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है.
राकेश भाई!
ReplyDeleteचर्चा में सह्हगिता के लिए आभार. एक बहुत ही सुन्दर बात आपने कही है - परस्पर स्नेह संवर्धन और सर्जनात्मकता के सृजन की. निश्चित ही यह एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी ब्लोगर्स पर आ गयी है और अब हमें निभाना है. लेकिन सावधानी और सतर्कता के साथ. आपके इन विचारों को मैंने भाग -२ में लिया है. अभी पत्ता खोलना शायद उचित नहीं होगा. दो-एक दिन प्रतीक्षा करें. पधारने और उपयोगी टिप्पणी के लिए आभार.
बहुत मुश्किल प्रश्न आउट ओफ़ सिलेबस है………॥ प्रश्न बदला जाये।
ReplyDeleteवंदना जी!
ReplyDeleteआके लिए मुश्किल? यह क्या मैं पढ़ रहा हूँ? आपने तो अनेकों समाधान प्रस्तुत किया है. आप मेरे लिए आदर्श हैं. मेरे ब्लॉग पर पहली टिप्पणी आपने ही की थी. आप पीठ न दिखाइए प्लीज.. आपसे दिशानिर्देश की अपेक्षा है. वैसे इन प्रश्नों का उत्तर भाग-२ में मिल जाएगा. मेरे अनुरोध को नकारें नहीं, इसे कृपया स्वीकार करें.
मुझे तो लगता है वह सर्जक है।
ReplyDeleteManoj ji!
ReplyDeleteहाँ, बिल्कुल सही कहा है आपने. ब्लोगर एक सर्जक है और इसकी सर्जना शक्ति के विभिन्न रूपों का दिग्दर्शन करेंगे आप भाग-२ में. आभार पदार्पण एवं बहुमूल्य तिप्प्मी के लिए.
bahut acchha sawal hai.....jawab yahi hai ki vo srijankarta hai aur apne man se karta hai jo bhi karta hai.
ReplyDeleteYes, a blogger is a creator, free creator. but responsible creator who fights for individual as for as for society and foe a common man. He/she is multi-dimensional thinker so seems variations in his/her writings.
ReplyDeleteब्लॉगर कुछ प्रबुद्ध जानो एवं बिचारों को सजह करने वालो का मंच एवं व्यक्तित्व...कम से कम ब्लोगेर के लिए इतना तो कह सकते हैं की ब्लोगेर समाज के बारे में कुछ सोचता है
ReplyDeleteकृपया समय निकालकर हमारे मंच सुव्यवस्था सूत्रधार मंच पर आयें और हमारा उत्साहवर्धन करें..
सामाजिक धार्मिक एवं भारतीयता के विचारों का साझा मंच..
बहुत सार्थक प्रस्तुति....
ReplyDeleteब्लॉगर वह सब कुछ है जो आपने बड़ी खूबसूरती से बयाँ किया है ...
बहुत सार्थक प्रस्तुति....
ReplyDeleteS S Manch,
ReplyDeleteSurendra Singh ji,
& Vidhya ji,
Thanks to all for kind visit and comments please.